‘पंजाब शिक्षा क्रांति’: जालंधर के 28 सरकारी स्कूलों में 2.07 करोड़ रुपये के विकास प्रोजेक्ट समर्पित
– विधायकों ने स्मार्ट क्लासरूम, कॉमर्स ब्लॉक, खेल के मैदान, चारदीवारी का उद्घाटन किया
शिक्षा फोकस, जालंधर। स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, पंजाब सरकार ने अपनी प्रमुख पहल ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ के तहत मंगलवार को जालंधर जिले के 28 सरकारी स्कूलों में 2.07 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं समर्पित की।
इस पहल के तहत प्राईमरी स्कूलो में 70,35,672 करोड़ रुपये की लागत वाले विकास कार्य शुरू किए गए साथ ही अपर प्राईमरी स्कूल में 1,37,56,930 रुपये के कार्य समर्पित किये गये। इन विकास कार्यों में स्मार्ट क्लासरूम, कॉमर्स ब्लॉक, खेल के मैदान, चारदीवारी और आवश्यक मुरम्मत कार्य शामिल हैं।
करतारपुर से विधायक बलकार सिंह और नकोदर से विधायक इंद्रजीत कौर मान ने अपने-अपने हलकों के सरकारी स्कूलों में पूरे हो चुके विकास प्रोजेक्टों को समर्पित किया, जबकि जिले के अन्य सरकारी स्कूलों में भी विकास कार्य जनता को समर्पित किए गए।
करतारपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक बलकार सिंह ने सरकारी प्राईमरी स्कूल कोटली सजावर, बुल्लोवाल और बुट्टरां में 6.88 लाख रुपये की बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं समर्पित की।
इसी प्रकार, विधायक इंद्रजीत कौर मान ने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल हेरां और सरकारी प्राइमरी स्कूल कंग साहिब राय, बिल्ला नवाब, तलवंडी भरो और हेरां में 21.86 लाख रुपये की लागत के विकास कार्यों का उद्घाटन किया।
समागमों में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में नये मानक स्थापित किये हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ पहल के तहत सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के उद्देश्य से विकास कार्यों को लागू किया है और अब सरकारी स्कूल निजी स्कूलों के बराबर सुविधाएं प्रदान कर रहे है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है और इस दिशा में पंजाब सरकार ने कई पहलकदमियां की हैं, जिनमें स्कूल ऑफ एमिनेंस की स्थापना, अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजना, कैंपस मैनेजर और सुरक्षा गार्ड नियुक्त करना, बस सेवाएं शुरू करना और डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देना शामिल है।