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विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्कूलों के इस सवाल पर छिड़ी “जंग”

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्कूलों के इस सवाल पर छिड़ी “जंग”

 

 

-आप विधायक पठानमाजरा ने पूछा एक सावल जिसमें शामिल हुए चार विधायक

 

 

शिक्षा फोकस, चंडीगढ़। विधानसभा में चल रहे प्रश्नकाल के दौरान सरकारी स्कूलों में आने वाले बिजली के बिलों को लेकर जंग छिड़ गई। आप के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने प्रश्न किया तो कांग्रेस के जालंधर नार्थ हलके के विधायक जूनियर अवतार हैनरी भी कूदने में पीछे नहीं हटे। बेशक इस प्रश्न का जवाब पंजाब के बिजली मंत्री जवाब नहीं दे सके तो पंजाब के मंत्री तथा आप के पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा ने पठानमाजरा के सवाल को संभाला।

विधायक सोनार हलके के हरमीत सिंह पठानमाजरा ने बिजली बोर्ड के मंत्री से पूछा कि क्यों सरकारी स्कूलों में बिजली के बिल माफ नहीं किए जा सकते हैं। उनका कहना था कि उनके अपने बच्चे तो प्राईवेट स्कूलों में शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षा हासिल कर विदेशों में सेटल होना है जबकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चे गरीब हैं और उन्होंने ही भारत में रहकर सेवाएं देनी हैं। ऐसे में सरकारी स्कूलों को मिलने वाली बिजली को माफ क्यों नहीं किया जा सकता है। उनका कहना है कि पंजाब का इसली भविष्य पंजाब में ही रहना है और सेवाएं देनी है। अगर पंजाब सरकार सारकारी स्कूलों को मुफ्त बिजली दे देगी तो पंजाब सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

बिजली बोर्ड के मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने साफ इंकार कर दिया कि स्कूलों को बिजली मुफ्त देने का कोई विचारन हीं है। मगर, ऐसे में आप के मंत्री तथा पंजाब प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाए जा रहे हैं। स्कूल दिन के समय लगते हैं तो ऐसे में सोलर लगने से काफी बिजली बचाई जा सकेगी। इसी बीच जालंधर नार्थ से बावा हैनरी ने भी बिजली मंत्री से सवाल कर दिया कि प्राईवेट स्कूलों को बिजली किस रेट पर दी जाती है।

मंत्री अमन अरोड़ा का कहना था कि बेशक विधायक पठानमाजरा का सवाल मेरे विभाग के साथ संबंध नहीं रखता है लेकिन यह सवाल पूरे पंजाब से संबंधित है। मगर, रिन्यूबल एनर्जी विभाग मेरे पास है तो ऐसे में मेर विभाग की तरफ से सभी स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाए जा रहे हैं। यह मामला सरकार के ध्यान में तीन साल पहले से है तो पंजाब सरकार की तरफ से तीन साल में 4238 स्कूलों में पांच-पांच किलोवाट के 22 मैगावाट के सोलर सिस्टम लगाए जाए चुके हैं। 24 सौ स्कूलों में पांच-पांच किलोवाट के 12 मैगावाट के सिस्टम लगाए जा रहे हैं। अभी तक पंजाब सरकार ने इस प्रोजेक्ट से 120 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके हैे। पंजाब में 19 हजार 110 स्कूल हैं। आने वाले सभी स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे।